*कई पीढ़ियों से गुजर बसर कर रहे आदिवासियों की जमीन को दूसरे को पट्टा हेतु नापी करने से नाराज ग्रामीण लेखपाल के खिलाफ सड़क पर धरना प्रदर्शन किया*

 *कई पीढ़ियों से गुजर बसर कर रहे  आदिवासियों की जमीन को दूसरे को पट्टा हेतु नापी करने से नाराज ग्रामीण  लेखपाल के खिलाफ सड़क पर  धरना प्रदर्शन किया*



उप जिलाधिकारी नौगढ़ के निर्देश पर मौके पर तहसीलदार ने आकर ग्रामीणों को कराया शांत


संह संपादक मदन मोहन नौगढ़ चंदौली




 खबर  नौगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मझगवां के तेंदुआ गांव से है जहां ग्राम समाज की जमीन पर कई आदिवासी परिवार घर बनाकर लगभग 80 वर्षों से जमीन पर खेती करते हुए काबिज थे

हल्का लेखपाल के द्वारा कुछ दिन पूर्व में किसी अन्य व्यक्ति का पट्टा  दिखाकर उनकी जमीन में नापीकर उनको सौंपने की बात की जिससे ग्रामीणों मैं काफी आक्रोश दिख रहा है उनका कहना है कि यदि सरकार हम गरीब आदिवासियों को कब्जे के आधार पर पट्टा क्यों नहीं की यदि आज हमें उजाडा जाएगा तो हम परिवार सहित कहां जाएंगे । हम भूमिहीन की श्रेणी में आते हैं और लेखपाल चाहे होते तो यह जमीन हमारे नाम कर दिए होते और यह विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं होती हमारे पुरखों की बनाई हुई जमीन आसानी से हम नहीं छोड़ सकते हैं चाहे कुछ भी हो जाए

ग्रामीणों ने सीधा-सीधा लेखपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस पट्टा की भूमि को लेकर आज हमारे जमीन पर नापी हुई है यह कई वर्षों से चली आ रही है लेखपाल द्वारा कभी किसी और की जमीन पर नापी तो कहीं किसी और पर अब हम लोगों की जमीन पर नापी हो रही है हम ग्रामीण जानना चाहते हैं कि लेखपाल महोदय को जमीन के संबंध में सारी जानकारियां हैं फिर भी यह इधर-उधर नापीकर एक दूसरे से विवाद करने में क्यों लगे हुए हैं इसके बदले में इन्हें क्या लाभ है


प्रदर्शन कार्यों से आचार संहिता में प्रदर्शन करने का कारण पूछने बताएं कि हमें मजबूर किया गया है हमारी जमीन में नापी कर  क्योंकि एक तरफ जहां पर आचार संहिता पुरी तरह से लागू है दूसरी तरफ विवाद अधिकारियों के द्वारा फैलाया जा रहा है साथ ही यह भी मालूम हुआ है कि कल दिनांक 10 अप्रैल 2024 को

हल्का लेखपाल और चौकी प्रभारी मझगांवा संयुक्त रूप से जमीन पर पहुंचकर जमीन पर लगी मड़ई को गिराने के लिए दबाव बनाने लगे जिसमें गाली गलौज भी हुआ जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिखा और प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए प्रदर्शन की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी नवगढ़ के निर्देश पर तहसीलदार नवगढ़ व लेखपाल मौके पर आकर ग्रामीणों को यह कह कर शांत कराया की जितनी जमीन आपकी जा रही है उसे दो गुने जमीन जब तक हम आपको नहीं देते हैं तब तक इस जमीन पर आप काबिज रहेंगे खेती बाड़ी पूर्व की भांति करते रहेंगे हम सिर्फ रिपोर्ट लगाने के लिए नापी किए हैं कब्जा नहीं दिलाएंगे इस बात पर ग्रामीणों ने अस्वस्थ होकर धरने को समाप्त किया

ग्रामीणों में सुरेंद्र आदिवासी शंकर आदिवासी गुंजा देवी कल्लू इत्यादि कई महिला पुरुषों ने शामिल रहे

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